वार्षिक राशिफल 2021
1 जनवरी 2021, नए साल का पहला दिन पौष कृष्ण पक्ष द्वितीया शुक्रवार से प्रारंभ हो रहा है। इस दिन का प्रारंभ कन्या लग्न, कर्क राशि और नक्षत्रों के राजा पुष्य से हो रहा है। इस दिन वैधृत योग और गर करण रहेगा। वर्ष में सभी ग्रहों का राशि परिवर्तन और मार्गी-वक्री का दौर चलेगा। यह वर्ष आर्थिक, पारिवारिक, सामाजिक, स्वास्थ्य, वैवाहिक जीवन, कॅरियर, प्रेम संबंध और बिजनेस के लिए ठीक रहेगा, लेकिन पिछले साल से चली आ रही परेशानियां यहां भी पीछा नहीं छोड़ेंगी।
मेष राशि वालों का वार्षिक राशिफल
मेष राशि : सफलता और तरक्की वाला रहेगा साल राशि अक्षर : चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ मेष राशि के जातकों के लिए नया साल 2021 कुल मिलाकर सफलता और तरक्की देने वाला रहेगा। वर्ष में ग्रह गोचर में परिवर्तन के कारण अनेक बार लाभ के सुअवसर प्राप्त होंगे। वर्ष के प्रारंभ से लेकर 5 अप्रैल 2021 तथा आगे 14 सितंबर से 20 नवंबर 2021 तक नीच राशि में स्थित गुरु दशम स्थान में गोचर करने से नौकरी, कारोबार में बदलाव, धार्मिक कार्यो में खर्च, वैवाहिक सुख में कमी, मानसिक तनाव तथा पारिवारिक जीवन में विवादित स्थिति बनेगी।
घर-परिवार में मांगलिक शुभ कार्य संपन्न होंगे 5 अप्रैल से 14 सितंबर तथा 20 नवंबर से 13 अप्रैल 2022 तक मेष राशि से गुरु एकादश स्थान में गोचर करना आपके लिए अत्यंत लाभदायक रहेगा। इस अवधि में धनलाभ, संतान सुख, कार्य व्यवसाय में सफलता, अटके हुए कार्यो को गति मिलेगी। शत्रुओं पर विजय मिलेगी और घर-परिवार में मांगलिक शुभ कार्य संपन्न होंगे। इस पूरे वर्ष स्वक्षेत्री शनि के दशम स्थान में भ्रमण करने से चल-अचल संपत्ति प्राप्त होने के योग बन रहे हैं। कोर्ट-कचहरी के मामलों में फैसला आपके पक्ष में। कार्य-व्यवसाय में परिवर्तन होगा। इसके साथ ही इस अवधि में गुप्त शत्रु सक्रिय रहेंगे, मानसिक तनाव, पति-पत्नी के बीच मतभेद बढ़ेंगे। माता-पिता के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
विदेश यात्राओं के योग 23 सितंबर 2020 से राहु मेष राशि के द्वितीय स्थान में गोचर कर रहा है जो 12 अप्रैल 2021 तक इसी भाव में रहेगा। इस कारण आर्थिक संकट बना रहेगा। पारिवारिक क्लेश, दांपत्य जीवन में मतभेद-मनभेद, शिक्षा में बाधा, शत्रु परेशान करेंगे। इसके साथ ही केतु अष्टम स्थान में रहने से कोई नया रोग उभर सकता है, लेकिन केतु विदेश यात्राओं के योग भी बनाएगा।
आर्थिक 22 फरवरी 2021 तक मंगल स्वराशि का प्रथम भाव में रहने से यात्रा योग, रक्त विकार, अपघात, कार्यो में बाधा रहेगी। इसके बाद 14 अप्रैल 2021 तक मंगल के द्वितीय भाव में भ्रमण करने से वाणी में कटुता आएगी, पारिवारिक क्लेश होगा, धनहानि की आशंका है, बनते काम अटक सकते हैं। 2 जून 2021 तक तृतीय स्थान में मंगल रहने से तात्कालिक संकटों से मुक्ति, आर्थिक लाभ, शत्रु परास्त होंगे, जॉब-बिजनेस में लाभ की संभावना बनेगी। 20 जुलाई 2021 तक मंगल के चतुर्थ स्थान में रहने से सांसारिक सुखों में कमी, प्रॉपर्टी संबंधी विवाद उभरेंगे, माता को कष्ट, रोग आने की आशंका है। 5 सितंबर 2021 मंगल के पंचम में रहने से संतान को पीड़ा होगी, शिक्षा में बाधा आएगी, आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो सकती है। 21 अक्टूबर 2021 तक मंगल छठे भाव में रहने से अशुभ फलों में कमी आएगी, कोट-कचहरी के मामलों में लाभ, पैसों की भरपूर आवक होगी।
उपाय मेष राशि के जातकों को वर्ष 2021 में अशुभ फलों में कमी लाने और शुभ फलों में वृद्धि करने के लिए, कार्यो की बाधाएं दूर करने और आर्थिक संकटों से मुक्ति के लिए बृहस्पति की शांति करवाना चाहिए। शिवजी और हनुमानजी की आराधना से राहु-केतु समेत अन्य अशुभ ग्रहों के फलों में कमी आएगी
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