मकर राशि : शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में गुजरेगा साल
राशि अक्षर : भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी
मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा ढैया हृदय पर स्वर्णपाद के साथ रहेगा। यह ढैया 29 अप्रैल 2022 तक रहेगा। स्वजनों से विरोध, धनहानि, पति-पत्नी को कष्ट, परिश्रम के अनुसार कार्य-व्यवसाय में लाभ। यदि कुंडली में शनि बलवान है तो प्रबल धनलाभ के योग बनेंगे। 5 अप्रैल तक और 14 सितंबर से 20 नवंबर तक नीच राशिस्थ गुरु मकर राशि में गोचर करने से शारीरिक पीड़ा, मानसिक अशांति, नौकरी व्यवसाय में अस्थिरता, कार्य पूरे होने में संदेह, अकारण व्यय होगा।
सामाजिक कार्यो में आर्थिक सहयोग करेंगे
जन्मकालीन गुरु बलवान होने पर अशुभफलों में कमी आएगी। 5 अप्रैल से 14 सितंबर तथा 20 नवंबर से 13 अप्रैल 2022 तक द्वितीय भाव में गुरु का गोचर श्रेष्ठ फलदायक रहेगा। धनलाभ, पारिवारिक सुख, चल-अचल संपत्ति में वृद्धि, नौकरी व्यवसाय में उन्नति, विद्याअध्ययन में सफलता, धार्मिक-सामाजिक कार्यो में आर्थिक सहयोग करेंगे।
स्वास्थ्य
मकर राशि के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव वर्ष के दौरान बना रह सकता है। स्नायविक विकार संभव है। अधिक लंबी दूरी की यात्रा करते समय सावधानी रखें। कष्ट, चोट, दुर्घटना आदि की आशंका है। वर्ष भर अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रकृति से जुड़े रहना जरूरी होगा। योग, अध्यात्म, यज्ञ चिकित्सा की ओर बढ़ें। हालांकि किसी बड़ी बीमारी की आशंका नहीं है, लेकिन फिर भी सावधानी से रहने में कोई बुराई नहीं है।
आर्थिक
वर्ष में आर्थिक स्थिति वैसे तो संतुलित रहेगी, लेकिन बीच-बीच में कभी-कभी आर्थिक तंगी महसूस कर सकते हैं। मार्च के बाद परिस्थितियों में अचानक बड़े बदलाव आने के संकेत हैं। आपको आर्थिक रूप से मजबूत बनाने वाले कई योग एक साथ प्रकट हो सकते हैं। धन-संपत्ति में वृद्धि के संकेत हैं। व्यापारियों को सावधानी रखने की आवश्यकता होगी। बिजनेस में किसी प्रकार की हानि उठानी पड़ सकती है। अधिकारी, व्यापारी, किसान, श्रमिकों के लिए समय मध्यम रहेगा।
वर्ष का उपाय
मकर राशि के जातकों को इस वर्ष अपने राशि स्वामी शनि के साथ हनुमान जी की आराधना को दैनिक कर्म बनाना है। गरीबों, जरूरतमंदों को कपड़े, चप्पल आदि वितरित करते रहें।