Description
हकीक दिलाता है हर क्षेत्र में सफलता जानिए इसके लाभ और धारण करने की विधि-
हकीक एक अल्पमोती पत्थर है| जिसे उपरत्न की श्रेणी में मानाजाता है, यह अपारदर्शक होता है, जो कि अनेक रंगो में पाया जाता है, प्राचीनकाल से ही हकीक को ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण माना गया है, आजकल प्राकृतिक रत्न इतने महंगे हैं, कि हर कोई उन्हें खरीद नहीं सकता| जो लोग महंगे रत्न खरीदने में असमर्थ हैं, वे अपने ग्रहों के अनुसार या किसी भी रंग के हकीक को धारण कर सकते हैं|चांदी में धारण किया जाने वाला यह रत्न सामान्य कीमत का होता है| इसे साधारण जौहरी कि दुकान से भी प्राप्त किया जा सकता है| ग्रीक दार्शनिकों ने इस रत्न को 300 ईसा पूर्व खोजा था।
हकीक सभी मुख्य रत्नों का विकल्प होता है। इसे आमतौर पर माला या अंगूठी के रूप में पहना जाता है। ज्योतिषी की सलाह के मुताबिक बताए गए रंग के अनुसार कोई भी व्यक्ति हकीक को धारण कर सकता है। हकीक मुख्यत: 6 रंगों में पाया जाता है, जैसे काला, सफेद, पीला, लाल, हरा एवं नीला आदि प्रकार के हकीक पाए जाते हैं। सभी का महत्व अलग-अलग है। जिस हकीक में सफेद पट्टियां पाई जाती हैं उसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। काला मानसिक संतुलन और तनाव के लिए, सफेद आध्यात्मिक शांति और वैराग्य के लिए, पीला हकीक निर्मिकता, धन और सुख समृद्धि के लिए, नीला हकीक अच्छी नींद और बुरे सपने से बचने के लिए होता है।
हकीक या हकीक से बनी माला को ज्योतिष के लिहाज से बेहद ही लाभदायक माना गया है। ऐसी मान्यता है की हकीक की माला से जप करने से भगवान शिव अति प्रसन्न हो जाते है। इसके अलावा हकीक की माला फेरने के साथ यदि हनुमान जी के मन्त्र का जप किया जाए, तो यह भी अति लाभप्रद होता है। जीवन में कितना भी बड़े सा बड़ा कष्ट क्यों न आये हकीक के प्रभाव से स्वयं की रक्षा के साथ-साथ उन कष्टों का निवारण भी हो जाता है। हकीक को पहनने से तीन ग्रहों शनि, राहु केतु के दोष दूर हो जाते हैं| इसके अलावा हकीक को पहनने से बुरी नज़र से भी बचाव होता है, साथ ही आपके बिज़नेस में आ रही रुकावट भी दूर हो जाती है|
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