जन्मकुंडली में कई ऐसे योग होते हैं जिनकी वजह से कोई भी पुरुष या स्त्री विवाह की खुशी से वंचित रह सकते हैं….कई बार ये रूकावट बाहरी बाधाओं की वजह से भी आती हैं। उम्र लगातार बढती जाती है और लाख प्रयास के बाद भी रिश्ते बन नहीं पाते हैं या मनचाहे रिश्तों का तो जैसे आकाल ही पड़ जाता है इस प्रकार की स्थिति होने पर शीघ्र विवाह के उपाय करने में समझदारी रहती है। इन उपाय को करने से शीघ्र विवाह के मार्ग बनते है, तथा विवाह मार्ग की समस्त बाधाएं दूर होती है। यहाँ पर हम 30 बहुत ही आसान किन्तु अचूक उपाय बता रहे है जिनको सच्चे मन से करने से वर एवं कन्या दोनों को ही निश्चित रूप से मनवांछित लाभ प्राप्त होगा।

विवाह के ज्योतिष उपाय | Vivah ke Jyotish Upay | Shadi Ke Upay

  1. शीघ्र विवाह के लिए सोमवार को 1200 ग्राम चने की दाल व सवा लीटर कच्चे दूध का दान करें। यह प्रयोग तब तक करते रहना है जब तक कि विवाह न हो जाय|
  2. जिन लड़कों का विवाह नहीं हो रहा हो या प्रेम विवाह में देरी हो रही हो, उन्हें शीघ्र मनपसंद विवाह के लिए श्रीकृष्ण के इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए।

शीघ्र विवाह के लिए भगवान श्री कृष्ण का मन्त्र
“क्लीं कृष्ण गोविंदय गोपीजनवल्लभाय स्वायत्त।”

  1. कन्या जब किसी कन्या के विवाह में होनी चाहिए और यदि वहाँ पर दुल्हन को मेहँदी लग रही हो तो अविवाहित कन्या कुछ मेहँदी उस दुल्हन के हाथ से लगवा ले इससे विवाह का मार्ग शीघ्र प्रशस्त होता है।
  2. विवाह वार्ता के लिए घर आए लोगों को इस प्रकार बैठाएं कि उनका मुख्य घर में अंदर की ओर हो, उन्हें द्वार दिखाई न दे।
  3. विवाह योग्य युवक-युवती जिस पलंग पर सोते हों उसके नीचे लोहे की वस्तुएं या कबाड़ का सामान कभी भी नहीं होना चाहिए।
  4. यदि विवाह के पूर्व लड़के-लड़की मिलना चाहते हैं तो वह इस प्रकार डाउनलोड कर रही है कि उनका मुख दक्षिण दिशा की ओर न हो।
  5. कन्या का व्हाइटहाउस को पाले और अपने हाथ से उसे भोजन के रूप में कुछ दे |
  6. कन्या के विवाह की चर्चा करने वाले उसके घर के लोग जब भी किसी के यहाँ जा रहे हैं तो कन्या खुले बालों से, लाल वस्त्र धारण कर हँसते हुए उन्हें कोई मिष्ठान खिला कर विदा करे |विवाह की चर्चा सफल होगी |
  7. पूर्णिमा को वट वृक्ष की 108 परिक्रमा देने से भी विवाह बाधा दूर होती है |
  8. गुरूवार को वट वृक्ष, पीपल, केले के वृक्ष पर जल अर्पित करने से विवाह बाधा दूर होती है

मन्त्र-
गौरी आवे, शिव जो ब्यावे.अमुक का विवाह तुरंत सिद्ध करेँ,
लिंग ना करेँ, जो देर होए, तो शिव को त्रिशूल ग्रस्त,
गुरु गोरखनाथ की दुहाई फिरै।

अमुक के स्थान पर जिस लड़की का विवाह न हो रहा हो उसका नाम लिख सकता है!

  1. जिन व्यक्तियों को शीघ्र विवाह की कामना हो उन्हें गुरुवार को गाय को दो आटे के पेडे पर थोड़ा हल्दी लगाकर खिलाना चाहिए।और इसके साथ ही थोड़ा सा गुड व चने की पीली दाल का भोग गाय को लगाना शुभ होता है |
  2. किसी भी शुभ दिन पर मिटटी का एक नया कुल्हड़ लाएँ और उसमे एक लाल वस्त्र, सात काली मिर्च और सात ही नमक की साबुत कंकड़ी रख दें, यडी का मुख लाल कपडे से बंद कर दें एवँ कुल्हड़ के बाहर कुमकुम की सात बिंदियाँ लगा दें। दे फिर उसे सामने रख कर निम्न मंत्र की ५ माला जप करेँड।मन्त्र जप के पश्चात यदी को चौराहे पर रखवा देँ | यह बहुत ही असरदार प्रयोग है। ।
  3. अगरकन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें!भगवान शिव की मूर्ती या फोटो के आगे रख कर “ऊँ श्रीं वर प्रदाय श्री नाम:” मंत्र का पाँच माला जाप करें फिर उन पाँचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढा दें! विवाह की बाधायें अपने आप दूर होती हैं जांयगी!
  4. प्रत्येक सोमवार को कन्या को नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊँ सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से समान मंत्र का एक माला जप करे!विवाह की सम्भावना शीघ्र बनती नज़र आयेगी |
  5. शिव-पार्वती का पूजन करने वाले भी विवाह की मनोकामना पूर्ण हो जाते हैं।इसके लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर कच्चा दूध, बिल्व पत्र, अक्षत, कुमकुम आदि चढ़ाकर विधिवत अर्जुन करें।
  6. विवाह योग्य लोगों को शीघ्र विवाह के लिए प्रत्येक गुरुवार को स्नान वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए।भोजन में केसर का सेवन करने से विवाह शीघ्र होने की संभावनाएं बनती है |
  7. विवाह योग्य व्यक्ति को सदैव शरीर पर कोई भी एक पीले वस्त्र धारण करके रखना चाहिए |
  8. गुरुवार की शाम को पांच प्रकार की मिठाई, हरी ईलायची का जोडा और शुद्ध घी के दीपक के साथ जल अर्पित करना चाहिए।यह प्रयोग लगातार तीन गुरुवार को करना चाहिए, इससे शीघ्र विवाह के योग निस्संदेह बनते है।
  9. गुरुवार को प्रतिबंध के वृ्क्ष पर जल अर्पित करके शुद्ध घी का दीपक जलाकर गुरु के 108 नामों का उच्चारण करने से जल्दी ही जीवनसाथी की तलाश पूर्ण हो जाती है।
  10. बृहस्पति को भगवान का गुरु माना जाता है येकी पूजा से विवाह के मार्ग में आ रही सभी अड़चनें स्वत: ही समाप्त हो जाती हैं।इनकी पूजा के लिए गुरुवार का विशेष महत्व है।
  11. गुरुवार को बृहस्पति देव को प्रसन्न करने के लिए पीले रंग की वस्तुएं चढ़ानी चाहिए।पीले रंग की वस्तुएं जैसे हल्दी, पीला फल, पीले रंग का वस्त्र, पीला फूल, केला, चने की दाल आदि इसी तरह की वस्तुएं गुरु ग्रह को चढ़ानी चाहिए। साथ ही शीघ्र विवाह की इच्छा रखने वाले युवाओं को गुरुवार के दिन व्रत रखना चाहिए।

इस व्रत में खाने में पीले रंग का खाना ही खाए जाते हैं, जैसे चने की दाल, पीले फल, खाने की आदत। इस दिन व्रत करने वाले को पीले रंग के वस्त्र ही पहनने चाहिए।

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरूवे नम: ं मंत्र का पांच माला प्रति गुरुवार जप करें।

  1. यदिकिसी का विवाह कुंडली के मांगलिक योग के कारण नहीं हो रहा है, तो व्यक्तिसे व्यक्ति को मंगल वार के दिन चंडिका स्तोत्र का पाठ और शनिवार के दिन सुंदर काण्ड का पाठ करना चाहिए।इससे भी विवाह के मार्ग की बाधाओं में कमी होती है।
  2. शिव-पार्वती का पूजन करने से भी विवाह की मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।इसके लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर कच्चा दूध, बिल्व पत्र, अक्षत, कुमकुम आदि चढ़ाकर विधिवत अर्जुन करें।
  3. जिन व्यक्तियों की शादी की उम्र हो चुकी है।लेकिन विवाह संपन्न होने में बाधा आ रही है उन व्यक्तियों को यह उपाय करना चाहिए। इस उपाय में शुक्रवार की रात्रि में आठ छुआरे जल में उबाल कर जल के साथ ही अपने सोने वाले स्थान पर सिरहाने रख कर सोते और शनिवार को प्रात: स्नान करने के बाद किसी बहते जल में इन्हें प्रवाहित कर दें |
  4. यदि आपको प्रेम विवाह में अडचने आ रहे हैं तो: – शुक्ल पक्ष के गुरूवार से शुरू करके विष्णु और लक्ष्मी माँ की मूर्ती या फोटो के आगे “ऊँ लक्ष्मी नारायणाय नम:” मंत्र का रोज़ तीन मालाओं का स्फटिक माला पर करें!इसे शुक्ल पक्ष के गुरूवार से ही शुरू करें! तीन महीने तक हर गुरूवार को मंदिर में प्रशाद चढांए और विवाह की सफलता के लिए प्रार्थना करें!
  5. शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार को सात प्रतिबंध, सात गौ ग्राम गुड़ और एक नारियल के साथ किसी नदी या सरोवर पर जाएं।अब कन्या को वस्त्र सहित नदी के जल में स्नान कराकर उसके ऊपर से जटा वाला नारियल ऊसरकर नदी में प्रवाहित कर दें। इसके बाद थोड़ा गुड़ व एक केला चंद्रदेव के नाम पर व इतना ही सामग्री सूर्यदेव के नाम पर नदी के किनारे रखकर उन्हें प्रणाम कर}। थोड़े से गुड़ को प्रसाद के रूप में कन्या स्वयं खाएँ और शेष सामग्री को गाय को खिला दें। इस टोटके से कन्या का विवाह शीघ्र ही होगा।
  6. शादी वाले दिन से एक दिन पहले एक ईंट के ऊपर कोयले से “बाधुओं” लिखकर ईंट को उल्टा करके किसी सुरक्षित स्थान पर रख देना, और शादी के बाद उस ईंट को उठाकर किसी पानी वाले स्थान पर डाल कर ऊपर से कुछ खाने का सामान डाल देना, शादी के समय और शादी के बाद में वर / वधु के दाम्पत्य जीवन में बाधायें नहीं आयेंगी, यह काम वर – वधु या उनके घर का कोई भी सदस्य कर सकता है लेकिन यह काम बिल्कुल चुपचाप करना चाहते हैं।ए।
  7. बृहस्पति, शुक्र, बुध और सोम इन वारों में विवाह करने से कन्या सौभाग्यवती होती है।विवाह में चतुर्दशी, नवमी इन तिथियों को त्याग देना चाहिए।
  8. विवाह के पश्चात एक वर्ष तक पिंडदान, मृक्ति का स्नान, तिलतर्पण, तीर्थयात्रा, मुंडन, हनुग्रह आदि नहीं करना चाहिए।
  9. यदि किसी कन्या का विवाह नहीं हो पा रहा है तो वह कन्या आज विवाह की कामना से भगवान श्रीगणेश को मालपुए का भोग लगाया तो शीघ्र ही उसका विवाह हो जाता है।

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