अंगारकचतुर्थीव्रत

यदि किसी भी महीने के शुक्‍ल या कृष्‍ण पक्ष में मंगलवार के दिन चतुर्थी तिथि पड़े तो उसे अंगारकचतुर्थी कहते है। इस व्रत को करने से ऋण से मुक्ति, पुत्रप्राप्ति तथा मगलजनित अशुभफल का नाश होता है। होलोत्‍सव के तत्‍काल बाद पड़ने वाला मंगल वृद्धअंगारकपर्व कहलाता है । इस दिन होली का पूर्णत: समापन हो जाता है।