Description
माणिक्य
रुबी रत्न (रुबी स्टोन ) को माणिक्य, मानिक, माणिक और कई अनेक नामों से जाना जाता हैं। माणिक्य रत्न सूर्य ग्रह का रत्न हैं। नवग्रहों में सूर्य को राजा की उपाधि दी गई हैं। जन्मपत्री में सूर्य के सभी शुभ फल पाने के लिए माणिय रत्न को पहना जाता हैं। माणिक्य रत्न(Ruby Gemstone) का उपरत्न लाल के नाम से प्रसिद्ध हैं। यह रत्न बहुमूल्य रत्नों में आता हैं। माणिक्य रत्न लाल, गुलाबी और रक्त वर्ण रंग में पाया जाता हैं। सामान्य व्यक्ति रत्नों को उनके निर्धारित रंगों के आधार पर ही पहचान पाता हैं। रत्नों के बारे में कम जानकारी के अभाव में सर्वसाधारण कभी कभी भ्रम की स्थिति में भी रहते हैं। जैसे कुछ लोग यह समझते हैं कि प्रत्येक पीले रंग का रत्न पुखराज होता हैं। ठीक इसी प्रकार नीले रंग में उपलब्ध रत्न को नीलम रत्न माना जाता है। जबकि वास्तविकता में ऐसा नहीं हैं। अधिकतर रत्न कई रंगों में पाये जाते हैं। सूर्य रत्न रुबी विशेष रुप से छ: भुजाओं से निर्मित आकार में पाया जाता हैं।
माणिक के लाभ
रुबी रत्न सूर्य के प्रतिनिधित्व का रत्न हैं। जन्मपत्री में सूर्य के सभी फलों को पाने के लिए माणिक्य रत्न पहना जा सकता हैं। सूर्य ग्रह को पिता, आत्मा, रोगों से लड़ने की शक्ति, सत्ता, सरकारी नौकरी, राजनीति, उच्चाधिकारी, बिजली और सिद्धान्त का कारक माना जाता हैं। इन सभी विषयों को सकारात्मक परिणाम पाने के लिए माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए। इन सभी विषयों के लिए शुभ मुहूर्त में माणिक्य रत्न धारण किया जा सकता हैं। जैसे – यदि कोई व्यक्ति जल्द बीमार हो जाता हैं तो व्यक्ति को माणिक्य रत्न धारण करने से उसकी आरोग्य शक्ति में वृद्धि होती हैं। कार्यक्षेत्र में सूर्य रत्न उच्चाधिकारियों का सूचक हैं। उच्चाधिकारियों को प्रसन्न करने और पदोन्नति की प्राप्ति की चाह होने पर भी माणिक्य रत्न धारण किया जाना चाहिए।
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